"There is equality only among equals. To equate unequals is to perpetuate inequality." ~ Bindheshwari Prasad Mandal "All epoch-making revolutionary events have been produced not by written but by spoken word."-~ADOLF HITLER.
About Me
- Suraj Yadav
- New Delhi, NCR of Delhi, India
- I am an Indian, a Yadav from (Madhepura) Bihar, a social and political activist, a College Professor at University of Delhi and a nationalist.,a fighter,dedicated to the cause of the downtrodden.....
Friday, June 4, 2010
Movement for reunification of Bihar-Jharkhand
Let Bihar & Jharkhand Reunite.
We have begun an agitation and launched a signature campaign at Murho,the village of the icon of social justice and former Chief Minister of Bihar, Late B P Mandal, on 2nd June,2010. A memorandum with 1 lakh signatures will be submitted to Hon'ble President of India on 15th August 2010, in support of our demand.
We believe that division of Bihar & Jharkhand was a historical blunder and this should be undone. Bihar & jharkhand are reeling under corruption and economic distress of Bihar and political turmoil of Jharkhand are reasons for our agitation. We believe that the artificial divide between Bihar & Jharkhand will collapse as the wall of Berlin.
afterall, we are abused and attacked similarly in metros especially Mumbai etc. Aren't we the singlemost important supplier of labourforce in this nation and the workers need to unite!
बिहार-झारखंड एकीकरण के लिए हस्ताक्षर अभियानJun 04, 01:44 am
मधेपुरा। पुन: बिहार-झारखंड एकीकृत राज्य बनाये जाने हेतु राकांपा नेता ने आंदोलन का शंखनाद किया है। इस आंदोलन के प्रथम चरण में स्व.बीपी मंडल के पैतृक गांव मुरहो स्थित उनके समाधि स्थल पर बिहार-झारखंड एकीकृत राज्य संघर्ष समिति का गठन किया गया है। समिति का संयोजक सर्वसम्मति से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी प्रो.सूरज यादव को बनाया गया है। इस अवसर पर मुरहो में एक लाख हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन 15 अगस्त 2010 को राष्ट्रपति को सौंपे जाने के लिए हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत की गयी। हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन राष्ट्रपति को 26 जनवरी 2011 को सौंपी जाएगी। प्रो.यादव ने कहा कि बिहार की उजड़ती आर्थिक स्थिति व झारखंड की राजनीतिक अराजकता के मद्देनजर यह भावना दोनों राज्यों के नागरिकों में पनप रही थी कि बिहार और झारखंड को अलग किया जाना दोनों राज्यों एवं उनके नागरिकों के हित में नहीं था एवं इस ऐतिहासिक भूल को ठीक करने के लिए दोनों राज्यों के युवाओं को पहल करनी होगी। संघर्ष समिति की कार्यसमिति में अमरेन्द्र कुमार, शंकर झा, दिलीप कुमार यादव, भवेश कुमार, संतोष कुमार, मो.गनी, तेजनारायण यादव, जगदीश यादव, उमेश ऋषिदेव आदि को सदस्य बनाया गया है। राकांपा के जिलाध्यक्ष अंगद यादव को संघर्ष समिति का प्रवक्ता बनाया गया है।
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रूद्र नारायण यादव/०२ जून २०१०
ReplyDeleteबिहार-झारखंड एकीकृत राज्य की घोषणा के लिए आज २ जून को स्व० बी०पी०मंडल के पैत्रिक गांव मुरहो स्थित उनके समाधी स्थल से जन आंदोलन का बिगुल फूँका गया.इसके लिए बिहार एवं झारखंड के संयुक्त प्रबुद्ध जनों द्वारा 'बिहार-झारखंड एकीकृत राज्य बनाओ संघर्ष समिति' भी बनाई गयी जिसका संयोजक एन०सी०पी० के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी सूरज यादव को सर्व-सम्मति से बनाया गया.इस अवसर पर मुरहो में एक लाख हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन १५ अगस्त २०१० को राष्ट्रपति को सौपे जाने के लिए हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गयी.इस मौके पर बिहार इकाई के संघर्ष समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए सूरज यादव ने कहा कि बिहार झारखंड के बीच यह कृत्रिम व राजनैतिक स्वार्थ की विभाजन रेखा को जन आंदोलन द्वारा बर्लिन की दीवार की तरह ध्वस्त कर दी जायेगी.
उन्होंने कहा कि बिहार की उजड़ती आर्थिक स्थिति व झारखंड के राजनैतिक अराजकता के मद्देनजर यह भावना दोनों राज्यों के नागरिकों में पनप रही थी कि बिहार और झारखंड को अलग किया जाना दोनों राज्यों तथा उनके नागरिकों के हित में नहीं था.इसे ऐतिहासिक भूल की संज्ञा दी जा सकती है.इस बीच में झारखंड में हो रहे राजनैतिक उठापटक को देखते हुए संघर्ष समिति ने तय किया कि सामाजिक न्याय के प्रणेता स्व० बी० पी० मंडल के समाधि स्थल से जन आंदोलन की शुरुआत कर विभाजन रेखा की समाप्ति कर बिहार झारखंड को एक करने का बीड़ा उठाया जाय.उन्होंने कहा कि झारखंड इकाई की बैठक जून के अंत में देवघर में आयोजित की जायेगी जहाँ से झारखंडवासियों द्वारा हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की जायेगी ताकि २६ जनवरी २०११ को महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा जा सके.
Modi Ji Bihar aur Jharkhand ko ek kar do. Bifurcation of Bihar hurts all of us.
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