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New Delhi, NCR of Delhi, India
I am an Indian, a Yadav from (Madhepura) Bihar, a social and political activist, a College Professor at University of Delhi and a nationalist.,a fighter,dedicated to the cause of the downtrodden.....

Tuesday, December 15, 2015

स्व भुवनेश्वरी प्रसाद मंडल की पुण्यतिथि 15 December, 1948

दादाजी स्व भुवनेश्वरी प्रसाद मंडल की पुण्यतिथि 15 December, 1948 :
महान स्वतंत्रता सेनानी व देशभक्त, बिहार कांग्रेस के संस्थापक नेता, सामाजिक न्याय के प्रणेता, यादव शिरोमणि, मुरहो एस्टेट के ज़मींदार स्व रासबिहारी लाल मंडल के ज्येष्ठ पुत्र 1924 में बिहार उड़ीसा विधान परिषद में चुने गए तथा अपने मृत्यु 1948 तक भागलपुर लोकल बोर्ड के चेयरमैन बाबू भुवनेश्वरी प्रसाद मंडल थे, जिनसे छोटे दो भाई 1937 में निर्वाचित बिहार विधान परिषद के सदस्य स्व कमलेश्वरी प्रसाद मंडल व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष स्व बीपी मंडल थे।
बाबू भुवनेश्वरी प्रसाद मंडल की मृत्यु मधेपुरा स्थित अपने आवास "भुवनेश्वरी हवेली", वार्ड संख्या 18 पर 15 दिसंबर 1948 को हुई। वे अपनी डायरी लिखते थे, जिसमें श्री हनुमान जी / बजरंगबली जी को "महावीर स्वामी" लिखते थे। आखिर समय पर उनके बड़े पुत्र पटना हाई कोर्ट के जज जस्टिस राजेश्वर प्रसाद मंडल ने उनके बीमार हालत के बारे में लिखे हैं। फिर 15 दिसंबर को मझले पुत्र पूर्व विधायक स्व श्री सुरेश चन्द्र यादव ने उनके मृत्यु के बारे में लिखे हैं। छोटे पुत्र स्व रमेश चन्द्र यादव उस समय सिर्फ 7 - 8 वर्ष के थे।
Pages of Diary :
29 नवम्बर,1948, सोमवार :
From Madhipura at 6 A.M. to Baijnathpur 10A.M. with Sumrit to Mansi to Bihpur to Bhagalpur 11 P.M..
Halt at Mundichak Lodge."
मधेपुरा से 6 बजे प्रातः बैजनाथपुर के लिए सुमरित (उनका निजी स्टाफ) के साथ प्रस्थान, फिर मानसी से बिहपुर से भागलपुर 11 बजे रात्रि को पहुंचे। वहां मुंदीचक में अपने निज आवास ( 2 तल्ले की हवेली थी, जिसे बासा कहते थे) पर आराम।
30 नवम्बर, 1948, मंगलवार :
Mundichak, Bhagalpur : Attended District Board Meeting.
Suresh to (TNB) College. Halt at Mundichak Lodge.
मुंदीचक, भागलपुर : जिला परिषद की बैठक में शरीक हुआ।
सुरेश (द्वितीय पुत्र) को कॉलेज (टीएनबी कॉलेज) भेजा। रात्रि विश्राम मुंदीचक बासा पर।
Mundichak, Bhagalpur : Sent Sumrita to College to see and give Ghee to Suresh. Weather bad. Feeling feverish.
मुंदीचक, भागलपुर : सुमरित को सुरेश को देखने व घी देने के लिए कॉलेज भेजा। मौसम ख़राब। बुखार जैसा लग रहा है।
11 दिसंबर, 1948, शनिवार :
"I reached Madhipura at about 11 P.M. I saw father lying. He saw me and bowed his head towards Lord Shiva, whose photo was hanging just beside his bed.
- Rajeshwar."
" मैं लगभग 11 बजे रात्रि को मधेपुरा पहुंचा। मैंने देखा की पिताजी लेते हुए थे। वे मुझे देखे और उनके बिस्तर के ठीक बगल में टंगे भगवान शिव जी के फोटो की ओर अपना शीश नवाए।
- राजेश्वर। "
15 दिसंबर, 1948 बुधवार।
"Father expired today at 12-47 A.M. and left us in the vast ocean of sorrow.
:-Suresh."
"पिताजी आज 12-47 प्रातः को मृत्यु को प्राप्त हो गए और हमें दुःख के अथाह सागर में छोड़ गए।
:-सुरेश। "
"The End".
"इतिश्री" .

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